हमारे प्रयास से ब्राह्मण बच्चो को शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य सेवाएं मिलती हैं।
"NGO के माध्यम से ब्राह्मणो को सामाजिक, आर्थिक सम्बल प्रदान करना।"
हम महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए वित्तीय सहायता से रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं।
आपका योगदान ब्राह्मण समुदाय बड़े बदलाव लाता है। साथ जुड़ें और मदद करें।
ब्राह्मण सेवक दल एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) है जो समाज के वंचित वर्गों, विशेषकर ब्राह्मण समाज के कल्याण के लिए समर्पित है। हमारा मिशन समाज के गरीब और वंचित वर्गों के जीवन स्तर में सुधार लाना है। हम शिक्षा, स्वास्थ्य, आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक कल्याण के क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम चलाते हैं।
ब्राह्मण सेवक दल ब्राह्मण युवाओं को विवाह संबंधी परामर्श प्रदान करता है। हम योग्य वर-वधू की तलाश में मदद करते हैं। इसके अलावा, गरीब ब्राह्मण परिवारों को विवाह खर्च के लिए आर्थिक सहायता भी प्रदान की जाती है। हमारे वॉलंटियर हर जगह उपलब्ध हैं इसलिए हम आपको सत्यापित सूचनाएँ प्रदान करते हैं जिससे आप मन चाहे रिस्ते पाते हैं किसी भी प्रकार के छलकपट से बचते हैं।
ब्राह्मण सेवक दल ब्राह्मण समाज के सदस्यों को निःशुल्क व छूट पर चिकित्सा सुविधा प्रदान करता है। इसके तहत, ब्राह्मणों के देश के प्रमुख निजी अस्पतालों में निःशुल्क अथवा छुट पर चिकित्सा , उपचार मिलता है। यह सुविधा गंभीर बीमारियों से पीड़ित ब्राह्मणों के लिए बड़ी राहत है।
ब्राह्मण सेवक दल ब्राह्मण समाज के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराता है। इसके तहत, ब्राह्मण युवाओं को सरकारी, अर्धसरकारी और निजी क्षेत्रों में नौकरी दिलाने में मदद की जाती है। इससे उन्हें रोजगार प्राप्त करने में आसानी होती है।
ब्राह्मण सेवक दल मेधावी (शिक्षा के क्षेत्र में विशेष योग्यता) ब्राह्मण छात्र (बालक-बालिकाओं) को शिक्षा के लिए गोद लेता है। अर्थात उनके शिक्षा का व्यय संगठन (N.G.O.) वहन करता है। N.G.O. से कुछ सक्षम ब्राह्मण उठेंगे। (अप्लाई करें)
ब्राह्मण सेवक दल समाज सेवा, शिक्षा, संस्कृति आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले ब्राह्मणों को सम्मानित करता है। इसके तहत, उन्हें सम्मान पत्र और पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। यह सम्मान ब्राह्मण समाज में प्रेरणा का स्रोत बनता है।
ब्राह्मण सेवक दल गरीब ब्राह्मण महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करता है। इस योजना के तहत, महिलाओं को 50,000 से 1,00,000 रुपये तक की राशि व्यवसाय शुरू करने के लिए दी जाती है। इससे उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद मिलती है।